अखण्ड भारत टीम (पावटा साहिब) : हिमाचल प्रदेश के अंदर प्रदेश ऊर्जा मंत्री भले ही उत्साहवान ऊर्जा भरने के दावे करते नजर आ रहे हो। लेकिन स्थानीय विधानसभा क्षेत्र में ऊर्जा मंत्री की ऊर्जा खोखली नजर आ रही है। पावटा साहिब विधानसभा क्षेत्र में लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए दर दर भटक रहे है। बावजूद उसके लोगो को न न्याय मिल रहा है। न ही जरूरी सुविधाएं उपलब्ध हो रही है।
ताजा मामला विधानसभा पावटा साहिब की ग्राम पंचायत कंडेला का सामने आया है। जहां पर भूमिहीन विधवा महिला अपने बच्चों की पढ़ाई के साथ साथ परवरिश करने के लिए सरकारी कार्यालयों की चोखट पर अपनी एडियां घिसते हुए थक गई है। लेकिन गरीब महिला की आवाज न शासन सुन रहा है, न ही प्रशासन कोई सुध ले रहा है। ऐसे में महिला के सामने यह समस्या खड़ी हो गई है कि ऊर्जा मंत्री के क्षेत्र से संबंध रखने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। तो फिर किसके सामने समस्या के समाधान को लेकर गुहार लेकर जाए।
ग्राम पंचायत कंडेला की पीड़ित महिला कांता देवी ने विकास खण्ड अधिकारी, एसडीएम पावटा साहिब सहित संबंधित प्रतिनिधियों को शिकायत देकर अपना दुखड़ा सुनाकर बताया कि उनके पति का देहांत हो गया है। परिवार का भरण पोषण करने वाला कोई नहीं है। महिला के पास न उपजाऊ भूमि है। न ही रहने के लिए घर है। घर में एक समय की रोटी के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है। स्थानीय पंचायत से अपील की गई की संपन्न परिवारों को बीपीएल से काटकर पीड़िता को बीपीएल में परिवार दर्ज किया जाए। ताकि बच्चों को छत और दो बख्त का भोजन मिल सकें। बावजूद उसके महिला की सहायता करने के लिए पंचायत से लेकर प्रशासन के चोखट तक सभी प्रतिनिधि और प्रशासनिक अम्ला गूंगा और बहरा नजर आ रहा है।
महीनो से न्याय के लिए भटक रही पीड़िता ने स्थानीय विधायक व प्रदेश उर्जा मंत्री की कार्यशेली पर कई सवाल खड़े कर दिए है। अब देखना यह होगा की उर्जा मंत्री अपने विधानसभा की पीड़ित को उनके अधिकार दिला पाते है या अभी पीड़िता को परिवार का भरण पोषण करने के लिए और अधिक एडियां रगड़नी होगी। पावटा साहिब विकास खण्ड के कार्यकारी अधिकारी रवि प्रकाश जोशी ने बताया कि ग्राम पंचायत कंडेला की पीड़ित महिला कांता देवी की तीन शिकायतें उनके पास पहुंची है। जिसपर जांच की जा रही है। बीपीएल के अंदर यदि संपन परिवारों को पंचायत ने दर्ज किया है। तो उनको हटाकर गरीब परिवारों को दर्ज करवाया जाएगा।