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 आंध्रप्रदेश में हुई NUJI की बैठक, हिमाचल के पांच पत्रकार रहे उपस्थित

By Sandhya Kashyap

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नेशनल युनियन आफ जर्नलिस्ट (इंडिया) NUJI की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आज से आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा में आरंभ हो गई। इस बैठक देश भर से वरिष्ठ पत्रकार शामिल हुए हैं। हिमाचल प्रदेश पांच पत्रकारों ने सम्मेलन में शिरकत की।

 आंध्रप्रदेश में हुई NUJI की बैठक, हिमाचल के पांच पत्रकार रहे उपस्थित

बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी व आंध्र प्रदेश ईकाई द्वारा संयुक्त रूप से की गई। बैठक का शुभारंभ दीप प्रज्वलित करके किया गया । इस बैठक में सबसे पहले भोपाल में हुई कार्यकारिणी की बैठक की समीक्षा की समीक्षा की गई इस राष्ट्रीय बैठक में सभी वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि NUJI (इंडिया) का पहला उद्देश्य प्रेस की स्वतंत्रता एवं पत्रकारों की सुरक्षा है, जिसके लिए पिछले काफी समय से एन.यू .जे.आई. लगातार संघर्ष कर रही है।

इसके लिए राष्ट्र स्तर पर NUJI (इंडिया) व राज्य स्तर पर एन. यू .जे आई इंडिया से संबंध संगठन कार्य कर रहे है। इसके साथ साथ फेक न्यूज व फेक पत्रकार मामले पर भी इस बैठक में विस्तार से चर्चा की गई, जिसमें नेशनल पत्रकार रजिस्टर बनाने के लिए केंद्र सरकार के समक्ष मांग उठाने पर सभी वक्ताओं ने जोर दिया। सभी वक्ताओं का कहना था कि फेक न्यूज पर भी रोक लगाने के लिए कोई नीति होनी चाहिए, ताकि समाज तक सही व पुष्ट खबर पंहुच सके। क्योंकि फेक न्यूज समाज के लिए ही हानिकारक साबित हो रही है।

NUJI का मानना ​​है कि फर्जी खबरें मीडिया के सामने सबसे बड़ी चुनौती हैं।  इस बात पर चिंता व्यक्त की गई कि प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया के साथ-साथ कई सोशल प्लेटफॉर्म पर निहित स्वार्थ वाले लोगों द्वारा किसी भी समय फर्जी और असत्यापित खबरें वायरल की जा रही हैं। फर्जी और फर्जी खबरें एक अभूतपूर्व चुनौती है जो विश्वसनीय पत्रकारों के लिए अभिशाप बन गई है।

पत्रकार संगठनों से मीडिया को फर्जी और झूठी खबरों से बचाने और इसकी विश्वसनीयता की रक्षा के लिए हाथ मिलाने का आह्वान किया गया है। यह निर्णय लिया गया है कि फर्जी खबरों पर अंकुश लगाने के लिए मीडिया घरानों और पत्रकार संगठनों को आगे आना चाहिए।

एक अन्य प्रस्ताव में अनुरोध किया गया कि राष्ट्रीय स्तर पर प्रेस परिषद के स्थान पर मीडिया परिषद का गठन किया जाना चाहिए। एनयूके के राष्ट्रीय महासचिव मनोज तिवारी ने प्रस्ताव पेश किए। राज्य में पत्रकारों की कल्याणकारी योजनाओं को बहाल किया जाना चाहिए। इसके साथ साथ पत्रकारों को रेलवे में मिलने वाली छूट जो पिछले काफी समय से बंद है को भी जल्द से जल्द बहाल करने की मांग भी की गई और इसके लिए प्रस्ताव पारित किया गया। इस बैठक में प्रस्ताव पारित किये गए।

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अनेक पत्रकारों के इस दल में आर्थिक राजधानी बद्दी से डा.रणेश राणा, सोलन से सुमित शर्मा, कुल्लू से शशिभूषण पुरोहित, बिलासपुर से ठाकुर विचित्र सिंह, सिरमौर से गोपाल शर्मा शामिल हैं। इस बैठक में देश में पत्रकारिता की वर्तमान स्थिति व पत्रकारों की समस्याओं व मांगों पर विस्तार से मंथन हुआ और आगामी रणनीति पर विचार विमर्श होगा। हिमाचल के पत्रकारों का दल हिमाचल में पत्रकारिता की स्थिति विषय पर राष्ट्रीय संगठन के समक्ष अपना पक्ष रखा। हिमाचल के पत्रकारों ने प्रदेश की समृद्ध संस्कृति की प्रतीक हिमाचली टोपी आयोजक ईकाई को पहनाकर सम्मानित किया ।