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हिमाचल : बागी विधायक सुधीर शर्मा को AICC सचिव के पद से हटाया, राजेंद्र राणा ने छोड़ा कार्यकारी अध्यक्ष पद

By Sandhya Kashyap

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हिमाचल कांग्रेस के बागी छह विधायकों ने बुधवार को मनसा देवी मंदिर में पूजा की

हिमाचल : कांग्रेस पार्टी हाईकमान ने भी राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले अयोग्य घोषित बागी विधायकों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बागी विधायक सुधीर शर्मा को तुरंत अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी सचिव के पद से हटा दिया है। इस संबंध में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जानकारी दी गई है। 

हिमाचल : बागी विधायक सुधीर शर्मा को AICC सचिव के पद से हटाया, राजेंद्र राणा ने छोड़ा कार्यकारी अध्यक्ष पद

हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष पद से राजेंद्र राणा ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेजा है।  उधर, कांग्रेस के बागी छह विधायकों ने बुधवार को मनसा देवी मंदिर में पूजा की। 

सुधीर शर्मा ने पद से हटाने पर प्रतिक्रिया करते हुए पोस्ट लिखा है कि ‘भार मुक्त तो ऐसे किया जैसे सारा बोझ मेरे ही कंधों पर था। चिंता मिटी, चाहत गई, मनवा बेपरवाह, जिसको कछु नहीं चाहिए, वो ही शहंशाह।’

राजेंद्र राणा बोले सुप्रीम कोर्ट में मामला दायर हो गया है और उम्मीद है कि न्याय होगा। क्योंकि जिस तरह असंवैधानिक तरीके से उन्हें अयोग्य करार दिया गया, जनता सब जानती है। सरकार की ओर से धड़ाधड़ की जा रही घोषणाओं पर राणा ने कहा कि जब बजट में प्रावधान नहीं, सरकार के पास पैसा नहीं, कोई लोन देने को तैयार नहीं तो यह सब लोगों को गुमराह करने के लिए किया जा रहा है। 

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Watch : हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के छ: बागी विधायकों ने चंडीगढ़ के मनसा देवी मंदिर में पूजा की।

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बता दें, 29 फरवरी को हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने दलबदल कानून के तहत बागी छह कांग्रेस विधायकों की सदस्यता रद्द कर दी थी।  दलबदल कानून के तहत बागी विधायक सुधीर शर्मा, राजेंद्र राणा, रवि ठाकुर, देवेंद्र कुमार भुट्टो, चैतन्य शर्मा और इंद्रदत्त लखनपाल की सदस्यता रद्द किया गया है।

व्हिप जारी करने के बावजूद बजट पारित करने के दिन विधानसभा में मौजूद न रहने पर इन पर यह कार्रवाई की गई। इसके बाद इन विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। सभी विधायक राज्यसभा चुनाव के बाद से चंडीगढ़ में सीआरपीएफ की सुरक्षा में रह रहे हैं। 

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