पर्यटन स्थलों: के लिहाज से उड़ीसा बहुत ही अहम प्रदेश है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह खूबसूरत राज्य समुद्र तट पर बसा हुआ है, जहां प्राचीन और विशाल धार्मिक स्थल मौजूद है। इसके अलावा यहां कई लोकप्रिय दार्शनिक स्थल भी हैं।
भारत के पूर्वी तट पर स्थित ओडिशा राज्य घूमने के लिहाज से बहुत ही खूबसूरत जगह है। यह राज्य न केवल पर्यटन स्थलों का घर है बल्कि यहां के आकर्षित समुद्री तट और दर्शनीय मंदिर भी पूरे भारत में बेहद लोकप्रिय है। अपनी इन्हीं खासियतों की वजह से ओडिशा को भारत का खजाना और भारत का सम्मान भी कहा जाता है।
हालांकि, ओडिशा में घूमने के लिए बहुत सारी जगहें हैं। लेकिन यहां आने वाले ज्यादातर पर्यटक जगन्नाथ पूरी मंदिर और कोणार्क सूर्य मंदिर ही घूमने जाते हैं। लेकिन यहां कई ऐसी जगह हैं, जिनके बारे में अब तक लोगों को पता नहीं है। इन्हीं जगहों में से एक कोरापुट है।
कोरापुट क्यों फेमस है?
कोरापुट दक्षिणी उड़ीसा में पूर्वी घाट की पहाड़ियों में बसा एक छोटा सा शहर है। यहां हरे-भरे घास के मैदान, जंगल, झरने, तंग घाटियां पर्यटन को खूब आकर्षित करती हैं। 8534 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला यह जिला बंगाल की खाड़ी से काफी नजदीक है। दुगुमा-बागरा और खांडाहाटी जैसे झरनों की मौजूदगी इस जिले को और भी ज्यादा जीवंत बना देती है।
कोरापुट में बने मंदिर-मठ, मध्यकाल के स्मारकों को देखकर ऐसा प्रतीत होता है, जैसे यह अपने अतीत की कहानी बयां कर रहे हों। यही एक वजह भी है कि इन्हें देखने के लिए हजारों पर्यटक दूर-दूर से आते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि कोरापुट मिनी स्विट्जरलैंड के नाम से भी फेमस है
पर्यटन स्थल: कोरापुट में घूमने वाली जगहें
अगर कोरापुट में घूमने की बात आती है, तो देवमाली का नाम सबसे पहले लिया जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि देवमाली कोरापुट का एक पर्वत है। इसकी ऊंचाई समुद्र तट से 1672 मीटर है। इसलिए यह कोरापुट की सबसे ऊंची चोटी भी है। यहां से पर्यटन कोरापुट का खूबसूरत नजारा देख बहुत आराम से देख सकते हैं।
ट्रैकिंग के शौकीन लोगों के बीच यह जगह बहुत ज्यादा पॉपुलर है। अगर आपको ट्रेकिंग का शौक है, तो आप भी छुट्टियों में यहां जा सकते हैं। बता दें कि इस जगह का उपयोग लोगों को खेल के प्रति जागरूक करने के लिए भी किया जाता है। यहां घूमने के लिए सर्दी का मौसम बेस्ट एकदम है।
डुडुमा वॉटरफॉल
पर्यटन स्थल: कोरापुट से एक घंटे 48 मिनट की दूरी पर डुडुमा वॉटरफॉल स्थित है। यह एक ऐसा वॉटरफॉल है, जहां पानी 500 मीटर की ऊंचाई से गिरता है। इस वाटरफॉल के पास बहुत ज्यादा हरियाली है, जो यहां आने वाले पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करती है। आपको बता दें कि डुडुमा वॉटरफॉल आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम जिले की सीमा पर स्थित है। वहीं अपनी ऊंचाई के कारण डुडुमा वॉटरफॉल उड़ीसा का तीसरे नंबर का वाटरफॉल माना जाता है।
ट्राइबल म्यूजियम कोरापुट
कोरापुट में ट्राइबल म्यूजियम देखने लायक है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह एक ऐसा म्यूजियम है, जहां आपको आदिवासी लोगों से जुड़ी बहुत सी तरह जो चीजें देखने को मिल जाएंगी। आदिवासी लोग कैसे रहते थे। क्या पहनते थे। उनके आभूषण क्या थे। उनके समय में मूर्ति कला कैसी थी। ऐसी सभी चीजें इस म्यूजियम में संग्रहित हैं। अगर आपको आदिवासी जीवन के बारे में बहुत गहराई से जानना है, तो आपको एक बार यहां जरूर आना चाहिए।
गुप्तेश्वर गुफा
अगर आप उड़ीसा के कोरापुट जा रहे हैं, तो गुप्तेश्वर गुफा जरूर जाएं। इस गुफा के अंदर एक शिवलिंग स्थापित है। दिलचस्प बात है कि इस शिवलिंग का आकार हर दिन बढ़ रहा है। इतना ही नहीं, कहा जाता है कि रामायण के समय भगवान श्री राम जी को वनवास के दौरान सबसे पहले यही शिवलिंग मिला था।
कोलाब बॉटनिकल गार्डन
पर्यटन स्थल: कोरापुट में यूं तो देखने के लिए बहुत सारे गार्डन हैं, लेकिन यहां के कोलाब बॉटनिकल गार्डन की बात ही कुछ और है। यह एक बहुत ही सुंदर गार्डन है, जो गुलाब बांध के तट पर बसा हुआ है। यहां आपको 200 से भी ज्यादा सुंदर फूलों की प्रजातियां देखने को मिल जाएंगी।